झूठ पकड़ने वाली मशीन कैसे काम करती है

झूठ पकड़ने वाली मशीन कैसे काम करती है - amazing facts about lie detector machine

लाई डिटेक्टर मशीन कैसे काम करता है - amazing facts about lie letector machine

झूठ पकड़ने वाली मशीन कैसे काम करती है

दोस्तो आपने फिल्मोंमें या टीवी शो में यह तो देखा होगा की पुलिस वाले अपराधी को सवाल करते है और झूठ पकड़ने वाली मशीन यानी लाई डिटेक्टर तुरंत से सच जूठ का पता लगा लेती है । और इसे पॉलीग्राफ भी कहते है ।

 यह सब तो फिल्मों और टीवी शो की बात है । लेकिन दोस्तो लाई डिटेक्टर मशीन ऐसे काम नहीं करती । लाई डिटेक्टर का जिस अपराधी पे टेस्ट होता है उस अपराधी के शरीर के साथ लाई डिटेक्टर को जोड़ा जाता है ।

 उसके बाद उसकी सास की गति, ब्लड प्रेशर और हाथ पैर की हर क्षण को ग्राफ में दर्द किया जाता है उसके बाद उसका नाम, उमर और पता जैसे आसान सवाल पूछे जाते है ताकि व्यक्ति को सामान्य किया जा सके । और अब अचानक से उससे जुड़ी घटना के बारे में पूछ लिया जाता है । जिससे उस पर मनो विज्ञानिक दबाव पड़ता है और उनकी धड़कन और ब्लड प्रेशर बड़ जाता है तब उसका ग्राफ मशीन से जुड़े कंप्यूटर पर बनाता है ।

 अब जो कंप्यूटर पड़े ग्राफ को एक्सपर्ट बारीकी से पढ़ते हैं और नतीजों से अनुमान लगाया जाता है कि व्यक्ति झूठ बोल रहा है या सच बोल रहा।

 तो दोस्तो Lie Detector ऐसे काम करता ।